‘च’ से शुरू होने वाले हिन्दी मुहावरे / Hindi Idioms start with च
( च ) से शुरू वाले हिन्दी मुहावरे
‘च’ से शुरू होने वाले हिन्दी के कुछ प्रसिद्ध मुहावरे और उनके अर्थ, वाक्य में प्रयोग सहित इस लेख द्वारा उपलब्ध कराये गए है।
चल बसना (अर्थ – मर जाना)-
वाक्य प्रयोग – बेचारे का बेटा भरी जवानी में चल बसा।
चार चाँद लगाना (अर्थ – चौगुनी शोभा देना)-
वाक्य प्रयोग – निबन्धों में मुहावरों का प्रयोग करने से चार चाँद लग जाता है।
चिकना घड़ा होना (अर्थ – बेशर्म होना)-
वाक्य प्रयोग – तुम ऐसा चिकना घड़ा हो तुम्हारे ऊपर कहने सुनने का कोई असर नहीं पड़ता।
चिराग तले अँधेरा (अर्थ – पण्डित के घर में घोर मूर्खता आचरण )-
वाक्य प्रयोग – पण्डितजी स्वयं तो बड़े विद्वान है, किन्तु उनके लड़के को चिराग तले अँधेरा ही जानो।
चैन की बंशी बजाना (अर्थ – मौज करना)-
वाक्य प्रयोग – आजकल राम चैन की बंशी बजा रहा है।
चार दिन की चाँदनी (अर्थ – थोड़े दिन का सुख)-
वाक्य प्रयोग – राजा बलि का सारा बल भी जब चार दिन की चाँदनी ही रहा, तो तुम किस खेत की मूली हो ?
चींटी के पर लगना या जमना (अर्थ – विनाश के लक्षण प्रकट होना)-
वाक्य प्रयोग – इसे चींटी के पर जमना ही कहेंगे कि अवतारी राम से रावण बुरी तरह पेश आया।
चूँ न करना (अर्थ – सह जाना, जवाब न देना)-
वाक्य प्रयोग – वह जीवनभर सारे दुःख सहता रहा, पर चूँ तक न की।
चादर से बाहर पैर पसारना (अर्थ – आय से अधिक व्यय करना)-
वाक्य प्रयोग – डेढ़ सौ ही कमाते हो और इतनी खर्चीली लतें पाल रखी है। चादर के बाहर पैर पसारना कौन-सी अक्लमन्दी है ?
चाँद पर थूकना (अर्थ – व्यर्थ निन्दा या सम्माननीय का अनादर करना)-
वाक्य प्रयोग – जिस भलेमानस ने कभी किसी का कुछ नहीं बिगाड़ा, उसे ही तुम बुरा-भला कह रहे हो ?भला, चाँद पर भी थूका जाता है ?
चूड़ियाँ पहनना (अर्थ – स्त्री की-सी असमर्थता प्रकट करना)-
वाक्य प्रयोग – इतने अपमान पर भी चुप बैठे हो! चूड़ियाँ तो नहीं पहन रखी है तुमने ?
चहरे पर हवाइयाँ उड़ना (अर्थ – डरना, घबराना)-
वाक्य प्रयोग – साम्यवाद का नाम सुनते ही पूँजीपतियों के चेहरे पर हवाइयाँ उड़ने लगती है।
चाँदी काटना (अर्थ – खूब आमदनी करना)-
वाक्य प्रयोग – कार्यालय में बाबू लोग खूब चाँदी काट रहे है।
चम्पत हो जाना (अर्थ – भाग जाना)-
वाक्य प्रयोग – जब काम करने की बारी आई तो राजू चंपत हो गया।
चकमे में आना (अर्थ – धोखे में पड़ना)-
वाक्य प्रयोग – किशोर किसी के चकमे में आने वाला नहीं है, वह बहुत समझदार है।
चकमा देना (अर्थ – धोखा देना)-
वाक्य प्रयोग – वह बदमाश मुझे धोखा देकर भाग गया।
चक्कर में आना (अर्थ – फंदे में फँसना)-
वाक्य प्रयोग – मुझसे गलती हो गई जो मैं उस ठग के चक्कर में फँस गया।
चना-चबैना (अर्थ – रूखा-सूखा भोजन)-
वाक्य प्रयोग – आजकल रामू चना-चबैना खाकर गुजारा कर रहा हैं।
चपत पड़ना (अर्थ – हानि अथवा नुकसान होना)-
वाक्य प्रयोग – नया मकान खरीदने में रमेश को 20 हजार की चपत पड़ी।
चमक उठना (अर्थ – उन्नति करना)-
वाक्य प्रयोग – रामू ने जीवन में बहुत परिश्रम किया है, अब वह चमक उठा है।
चमड़ी उधेड़ना या खींचना (अर्थ – बहुत पीटना)-
वाक्य प्रयोग – राजू, तुमने दुबारा मुँह खोला तो मैं तुम्हारी चमड़ी उधेड़ दूँगा।
चरणों की धूल (अर्थ – तुच्छ व्यक्ति)-
वाक्य प्रयोग – हे प्रभु! मैं तो आपके चरणों की धूल हूँ, मुझ पर दया करो।
चलता पुर्जा (अर्थ – चालाक)-
वाक्य प्रयोग – रवि चलता पुर्जा है, उससे बचकर रहना ही अच्छा है।
चस्का लगना (अर्थ – बुरी आदत)-
वाक्य प्रयोग – धीरू को धूम्रपान का बहुत बुरा चस्का लग गया है।
चाँद का टुकड़ा (अर्थ – बहुत सुन्दर)-
वाक्य प्रयोग – रामू का पुत्र तो चाँद का टुकड़ा है, वह उसे प्रतिदिन काला टीका लगाता है।
चाँदी कटना (अर्थ – खूब लाभ होना)-
वाक्य प्रयोग – आजकल रामरतन की कारोबार में चाँदी कट रही है।
चाँदी ही चाँदी होना (अर्थ – खूब धन लाभ होना)-
वाक्य प्रयोग – अरे मित्र! यदि तुम्हारी ये दुकान चल गई तो चाँदी ही चाँदी हो जाएगी।
चाँदी का जूता (अर्थ – घूस या रिश्वत)-
वाक्य प्रयोग – जब रामू ने लाइन में लगे बिना अपना काम करा लिया तो उसने मुझसे कहा- तुम भी चाँदी का जूता मारो और काम करा लो, लाइन में क्यों लगे हो?
चाट पड़ना (अर्थ – आदत पड़ना)-
वाक्य प्रयोग – रानी को तो चाट पड़ गई है, वह बार-बार पैसा उधार माँगने आ जाती है।
चादर देखकर पाँव पसारना (अर्थ – आमदनी के अनुसार खर्च करना)-
वाक्य प्रयोग – पिताजी ने मुझसे कहा कि आदमी को चादर देखकर पाँव पसारने चाहिए, वरना उसे पछताना पड़ता है।
चादर के बाहर पैर पसारना (अर्थ – आय से अधिक व्यय करना)-
वाक्य प्रयोग – जो लोग चादर के बाहर पैर पसारते हैं हमेशा तंगी का ही अनुभव करते रहते हैं।
चार सौ बीस (अर्थ – कपटी एवं धूर्त व्यक्ति)-
वाक्य प्रयोग – मुन्ना चार सौ बीस है, इसलिए सब उससे दूर रहते हैं।
चार सौ बीसी करना (अर्थ – छल-कपट या धोखा करना)-
वाक्य प्रयोग – मित्र, तुम मुझसे चार सौ बीसी मत करना, वर्ना अच्छा नहीं होगा।
चिकनी-चुपड़ी बातें (अर्थ – धोखा देने वाली बातें)-
वाक्य प्रयोग – एक व्यक्ति चिकनी-चुपड़ी बातें करके रामू की माँ को ठग ले गया।
चिड़िया उड़ जाना (अर्थ – चले जाना या गायब हो जाना)-
वाक्य प्रयोग – अरे भाई, कब से तुमसे कहा था कि शहद अच्छा है, ले लो। अब तो चिड़िया उड़ गई। जाओ अपने घर।
चिड़िया फँसाना (अर्थ – किसी को धोखे से अपने वश में करना)-
वाक्य प्रयोग – जब परदेस में एक आदमी मुझे फुसलाने लगा तो मैंने उससे कहा- अरे भाई, अपना काम करो। ये चिड़िया फँसने वाली नहीं है।
चिनगारी छोड़ना (अर्थ – लड़ाई-झगड़े वाली बात करना)-
वाक्य प्रयोग – राजू ने ऐसी चिनगारी छोड़ी कि दो मित्रों में झगड़ा हो गया।
चिराग लेकर ढूँढना (अर्थ – बहुत छानबीन या तलाश करना)-
वाक्य प्रयोग – मैंने माँ से कहा कि राजू जैसा मित्र तो चिराग लेकर ढूँढ़ने से भी नहीं मिलेगा, इसलिए मैं उसे अपने घर लाया हूँ।
चिल्ल-पौं मचना (अर्थ – शोरगुल होना)-
वाक्य प्रयोग – जब कक्षा में अध्यापक नहीं होते तो चिल्ल-पौं मच जाती है।
चीं बोलना (अर्थ – हार मान लेना)-
वाक्य प्रयोग – आज राजू कबड्डी में चीं बोल गया।
चींटी के पर निकलना (अर्थ – मृत्यु के निकट पहुँचना)-
वाक्य प्रयोग – रामू ने जब ज्यादा आतंक मचाया तो मैंने कहा- लगता है, अब चींटी के पर निकल आए हैं।
चुटकी लेना (अर्थ – हँसी उड़ाना)-
वाक्य प्रयोग – जब रमेश डींग मारता है तो सभी उसकी चुटकी लेते हैं।
चुटिया हाथ में लेना (अर्थ – पूर्णरूप से नियंत्रण में होना)-
वाक्य प्रयोग – मित्र, उस बदमाश की चुटिया मेरे हाथ में हैं। तुम फिक्र मत करो।
चुल्लू भर पानी में डूब मरना (अर्थ – अत्यन्त लज्जित होना)-
वाक्य प्रयोग – जब सबके सामने राजू का झूठ पकड़ा गया तो उसके लिए चुल्लू भर पानी में डूब मरने वाली बात हो गई।
चूना लगाना (अर्थ – ठगना)-
वाक्य प्रयोग – कल एक अनजान आदमी गोपाल को 100 रुपए का चूना लगा गया।
चूहे-बिल्ली का बैर (अर्थ – स्वाभाविक विरोध)-
वाक्य प्रयोग – राम और मोहन में तो चूहे-बिल्ली का बैर है। दोनों भाई हर समय झगड़ते रहते हैं।
चेहरे का रंग उड़ना (अर्थ – निराश होना)-
वाक्य प्रयोग – जब रानी को परीक्षा में फेल होने की सूचना मिली तो उसके चेहरे का रंग उड़ गया।
चेहरा खिलना (अर्थ – खुश होना)-
वाक्य प्रयोग – जब अमित दसवीं में उत्तीर्ण हो गया तो उसका चेहरा खिल गया।
चेहरा तमतमाना (अर्थ – बहुत क्रोध आना)-
वाक्य प्रयोग – जब बच्चे कक्षा में शोर मचाते हैं तो अध्यापक का चेहरा तमतमा जाता हैं।
चैन की वंशी बजाना (अर्थ – सुख से समय बिताना)-
वाक्य प्रयोग – मेरा मित्र डॉक्टर बनकर चैन की वंशी बजा रहा हैं।
चोटी और एड़ी का पसीना एक करना (अर्थ – खूब परिश्रम करना)-
वाक्य प्रयोग – मुकेश ने नौकरी के लिए चोटी और एड़ी का पसीना एक कर दिया हैं।
चोली-दामन का साथ (अर्थ – काफी घनिष्ठता)-
वाक्य प्रयोग – धीरू और वीरू का चोली-दामन का साथ है।
चोटी पर पहुँचना (अर्थ – बहुत उन्नति करना)-
वाक्य प्रयोग – अध्यापक ने कक्षा में कहा कि चोटी पर पहुँचने के लिए व्यक्ति को अथक परिश्रम करना पड़ता है।
चोला छोड़ना (अर्थ – शरीर त्यागना)-
वाक्य प्रयोग – गाँधीजी ने चोला छोड़ते समय ‘हे राम’ कहा था।
चंडू खाने की (अर्थ – निराधार बात)-
वाक्य प्रयोग – मेरे सामने तुम चंडूखाने की मत सुनाया करो। मुझे तुम्हारी किसी भी बात पर यकीन नहीं है।
चट कर जाना (अर्थ – सबका सब खा जाना)-
वाक्य प्रयोग – वह तीन दिन से भूखा था, सारा खाना एकदम चट कर गया।
चप्पा-चप्पा छान डालना (अर्थ – हर जगह जाकर देख आना)-
वाक्य प्रयोग – पुलिस ने जंगल का चप्पा-चप्पा छान मारा लेकिन चोरों का सुराग न मिला।
चरबी चढ़ना (अर्थ – मदांध होना)-
वाक्य प्रयोग – लॉटरी लगते ही प्रमोद पर चरबी चढ़ गई है, दूसरों को कुछ समझता ही नहीं है।
चहल-पहल होना (अर्थ – रौनक होना)-
वाक्य प्रयोग – दिवाली के कारण आज बाजार में बहुत चहल-पहल है।
चाकरी बजाना (अर्थ – सेवा करना)-
वाक्य प्रयोग – रामकमल ने अपने अधिकारी की खूब चाकरी बजाई फिर भी उसका प्रमोशन न हो सका।
चिल्ले का जाड़ा (अर्थ – बहुत भयंकर ठंड)-
वाक्य प्रयोग – जनवरी माह में दिल्ली में चिल्ले का जाड़ा पड़ता है। अगर इन्हीं दिनों जाना पड़े तो गरम कपड़े लेकर जाना।
चुगली खाना/लगाना (अर्थ – पीछे-पीछे निंदा करना)-
वाक्य प्रयोग – जो लोग पीछे-पीछे दूसरों की चुगली लगाते/खाते हैं उनकी पोल जल्दी ही खुल जाती है।
चुटकी बजाते-बजाते (अर्थ – चटपट)-
वाक्य प्रयोग – आपका यह काम तो मैं चुटकी बजाते-बजाते पूरा कर दूँगा, आप चिंता न करें।
चूँ-चूँ का मुरब्बा (अर्थ – बेमेल चीजों का योग)-
वाक्य प्रयोग – यह पार्टी तो चूँ-चूँ का मुरब्बा है। न जाने इस पार्टी में कहाँ-कहाँ के लोग शामिल हैं।
चूर चूर कर देना (अर्थ – नष्ट करना)-
वाक्य प्रयोग – कारगिल युद्ध में भारतीय सेना ने पाकिस्तान का घमंड चूर-चूर कर दिया था।
चूल्हा जलना (अर्थ – खाना बनना)-
वाक्य प्रयोग – रामेश्वर के यहाँ इतनी तंगी है कि दो दिन से घर में चूल्हा तक नहीं जला है।
चौखट पर माथा टेकना (अर्थ – अनुनय-विनय करना)-
वाक्य प्रयोग – वैष्णोदेवी की चौखट पर जाकर माथा टेको, तभी कष्ट दूर होंगे।
चारो खाने चित्त गिरना (अर्थ – बुरी तरह हार जाना)-
वाक्य प्रयोग – उसने ऐसी चाल चली कि प्रतिपक्षी चारो खाने चित्त गिर गये।
चार चाँद लगाना (अर्थ – और सुंदर लगना)-
वाक्य प्रयोग – गोरे तन पर नीली साड़ी, मानो चार चाँद लग गये।
चेहरा उतरना (अर्थ – चेहरे पर रौनक न रहना)-
वाक्य प्रयोग – जाली सर्टिफिकेट का भेद खुलते ही बेचारे डॉक्टर का चेहरा उतर गया।
चेहरा बिगाड़ना (अर्थ – बहुत पीटना)-
वाक्य प्रयोग – फिर बदमाशी की, तो चेहरा बिगाड़ दूँगा।
चेहरे पर हवाई उड़ना (अर्थ – घबरा जाना)-
वाक्य प्रयोग – आप सफ़र में जिसके चेहरे पर हवाई उड़ते देखें, समझ लें कि वह बेटिकट नया शोहदा है।
चाणक्य नीति- (अर्थ – कुटिल नीति)
चल निकलना- (अर्थ – प्रगति करना, बढ़ना)
चिकने घड़े पर पानी पड़ना- (अर्थ – उपदेश का कोई प्रभाव न पड़ना)
चुनौती देना- (अर्थ – ललकारना)
चण्डूखाने की गप- (अर्थ – झूठी गप)
चींटी के पर जमना- (अर्थ – ऐसा काम करना जिससे हानि या मृत्यु हो
चाचा बनाना- (अर्थ – दण्ड देना)