( ल ) से शुरू वाले हिन्दी मुहावरे
‘ल’ से शुरू होने वाले हिन्दी के कुछ प्रसिद्ध मुहावरे और उनके अर्थ, वाक्य में प्रयोग सहित इस लेख द्वारा उपलब्ध कराये गए है।
लोहे के चने चबाना (अर्थ – कठिनाई झेलना)-
वाक्य प्रयोग – भारतीय सेना के सामने पाकिस्तानी सेना को लोहे के चने चबाने पड़े।
लकीर का फकीर होना (अर्थ – पुरानी प्रथा पर ही चलना)-
वाक्य प्रयोग – ये अबतक लकीर के फकीर ही है। टेबुल पर नही, चौके में ही खायेंगे।
लोहा मानना (अर्थ – किसी के प्रभुत्व को स्वीकार करना)-
वाक्य प्रयोग – क्रिकेट के क्षेत्र में आज सारे देशों की टीमें आस्ट्रेलिया की टीम का लोहा मानती हैं।
लँगोटिया यार (अर्थ – बचपन का दोस्त)-
वाक्य प्रयोग – अभिषेक मेरा लँगोटिया यार है।
लल्लो-चप्पो करना (अर्थ – खुशामद करना, चिरौरी करना)-
वाक्य प्रयोग – विनोद ल्लो-चप्पो करके अपना काम चलाता है।
लाल-पीला होना (अर्थ – नाराज होना)-
वाक्य प्रयोग – राजू के कक्षा में शोर मचाने पर अध्यापक लाल-पीले हो गए।
लुटिया डूबना (अर्थ – काम चौपट हो जाना)-
वाक्य प्रयोग – रामू ने नया कारोबार किया था, उसकी लुटिया डूब गई।
लंबी-चौड़ी हाँकना (अर्थ – गप्प मारना)-
वाक्य प्रयोग – मोहन कक्षा में लंबी-चौड़ी हाँक रहा था तभी अध्यापक आ गए और वह खामोश हो गया।
लकीर पीटना (अर्थ – बिना सोचे-समझे पुरानी प्रथा पर चलना)-
वाक्य प्रयोग – कब तक यूँ ही लकीर पीटती रहोगी? जमाने के साथ अपने को बदलना सीखो।
लगाम कड़ी करना (अर्थ – सख्ती से नियंत्रण करना/सख्ती करना)-
वाक्य प्रयोग – प्रधानाचार्य ने लगाम कड़ी की तो सभी समय पर आने लगे।
लगाम ढीली करना (अर्थ – सख्ती न करना/नियमों में नर्मी बरतना)-
वाक्य प्रयोग – जरा-सी लगाम ढीली करने से मेरी कंपनी का कोई भी कर्मचारी अब समय पर नहीं आता।
लज्जा या शर्म से पानी-पानी होना (अर्थ – बहुत लज्जित होना)-
वाक्य प्रयोग – अपनी गलती पर पंडित जी लज्जा से पानी-पानी हो गए।
लौ लगना (अर्थ – धुन लगना, प्रेम होना)-
वाक्य प्रयोग – मधुरिमा को तो पढ़ाई की लौ लग गई है। दिन रात पढ़ने में ही लगी रहती है।
लंका कांड होना (अर्थ – लड़ाई-झगड़ा होना)-
वाक्य प्रयोग – आज सीमा का अपने पड़ोसी से लंका कांड हो गया।
लंबे हाथ मारना (अर्थ – खूब धन प्राप्त करना)-
वाक्य प्रयोग – शंकर आजकल लंबे हाथ मार रहा हैं।
लकड़ी होना (अर्थ – अत्यन्त दुर्बल होना)-
वाक्य प्रयोग – बीमारी में बिट्टू लकड़ी हो गया है।
लाख टके की बात (अर्थ – अत्यंत उपयोगी और सारगर्भित बात)-
वाक्य प्रयोग – आचार्य जी हमेशा लाख टके की बात कहते हैं।
लोट-पोट कर देना (अर्थ – बहुत हँसाना)-
वाक्य प्रयोग – दादा कोंडके की फिल्में हमें लोट-पोट कर देती हैं।
लोहा लेना (अर्थ – सामना करना)-
वाक्य प्रयोग – 1857 के संग्राम में रानी लक्ष्मीबाई ने अंग्रेजों से लोहा लिया।
लंका ढहाना (अर्थ – किसी संपन्न देश/परिवार का सत्यानाश कर देना, किसी का सत्यानाश कर देना)-
वाक्य प्रयोग – अपने चाचा को समझाओ वे क्यों विभीषण की तरह अपने परिवार की लंका ढहाने पर लगे हुए हैं।
लहू का घूँट पीकर रह जाना (अर्थ – विवशतावश क्रोध को पीकर रह जाना)-
वाक्य प्रयोग – गलती न करने पर भी जब उस दरोगा ने जेल में बंद करने की धमकी दी तो मैं लहू का घूँट पीकर रह गया।
लगन लगना (अर्थ – प्रेम/भक्ति होना)-
वाक्य प्रयोग – ईश्वर में जब लगन लग जाती है तो सारा संसार मिथ्या लगने लगता है।
लच्छेदार बातें करना (अर्थ – मजेदार बातें करना)-
वाक्य प्रयोग – उसकी बातों में मत आ जाना। वह हमेशा लच्छेदार बातें करती है और लोगों को फँसा लेती है।
लट्टू होना (अर्थ – आसक्त होना, फिदा होना)-
वाक्य प्रयोग – मदन की मतिभ्रष्ट हो गई है। कितनी घटिया लड़की पर लट्टू हो गया है।
लाले पड़ना (अर्थ – किसी चीज को देखने या पाने के लिए तरसना)-
वाक्य प्रयोग – पिता जी के देहांत के बाद आमदनी के सारे रास्ते बंद हो गए और घर में खाने के भी लाले पड़ गए।
लुटिया डुबोना (अर्थ – काम चौपट करना)-
वाक्य प्रयोग – अरे भाई, उस लड़के का साथ छोड़ दो वरना तुम्हारी भी लुटिया डुबो देगा।
लानत भेजना (अर्थ – धिक्कारना)-
वाक्य प्रयोग – मैं तुम्हें लानत भेजता हूँ। निकल जाओ यहाँ से और फिर कभी अपना मनहूस चेहरा मत दिखाना।
लेने के देने पड़ना (अर्थ – लाभ के स्थान पर हानि होना)-
वाक्य प्रयोग – शेयरों में इतना पैसा मत लगाओ। कहीं लेने के देने न पड़ जाएँ।
लीप-पोतकर बराबर करना (अर्थ – सर्वस्व बर्बाद कर देना)-
वाक्य प्रयोग – जब से वह कंपनी का मैनेजर हुआ, उसने कंपनी का सारा हिसाब लीप-पोतकर बराबर कर दिया।
लक्ष्मी नारायण करना (अर्थ – भोग लगाना)-
वाक्य प्रयोग – पंडितजी ने जब लक्ष्मी नारायण किया, तो हमलोगों को प्रसाद मिला।
लंकादहन करना (अर्थ – नेस्तनाबूद करना)-
वाक्य प्रयोग – यदि पाकिस्तान हमसे भिड़ा, तो लंकादहन कर देंगे।
लाली रह जाना (अर्थ – प्रतिष्ठा निभ जाना)-
वाक्य प्रयोग – चलो ! जीत जाने से मुँह की लाली तो रह गयी।
लाल-पीला होना (अर्थ – क्रुद्ध होना)-
वाक्य प्रयोग – भाई मैंने तुम्हारा क्या बिगाड़ा जो लाल-पीले हो रहे हो।
लाल बत्ती जलना (अर्थ – दीवाली होना)-
वाक्य प्रयोग – अब उस सेठ की बात क्या पूछते हो ? उसके यहाँ तो लाल बत्ती जल गयी।
लँगोटी में फाग खेलना- (अर्थ – दरिद्रता में आनंद मनाना, अल्पसाधन होते हुए भी विलासी होना) –
वाक्य प्रयोग – भोला को दो समय की रोटी भी नहीं मिलती है लेकिन फिर भी लंगोटी में फाग खेलना है।
लंका काण्ड- (अर्थ – भयंकर विनाश)
लक्ष्मण रेखा (अर्थ – अलंघ्य सीमा या मर्यादा)
लाटसाहब बनना (अर्थ – अपने को बड़ा समझना)
लौटरी निकलना (अर्थ – एकाएक बहुत धन मिल जाना)
लैस होना (अर्थ – तैयार होना, संयुक्त होना)
लेक्चर छाँटना (अर्थ – केवल बोलना)
लाख से लाख होना- (अर्थ – कुछ न रह जाना)
लोहा बजना- (अर्थ – युद्ध होना)
लहू होना- (अर्थ – मुग्ध होना)
लग्गी से घास डालना- (अर्थ – दूसरों पर टालना)