इ’ से शुरू होने वाले हिन्दी मुहावरे / Hindi Idioms start with इ
( इ ) से शुरू वाले हिन्दी मुहावरे
‘इ’ से शुरू होने वाले हिन्दी के कुछ प्रसिद्ध मुहावरे और उनके अर्थ, वाक्य में प्रयोग सहित इस लेख द्वारा उपलब्ध कराये गए है।
इज्जत उतारना (अर्थ –अपमानित करना, मर्यादा नष्ट करना)-
वाक्य प्रयोग – जब चीनी लेकर पैसे नहीं दिए तो दुकानदार ने ग्राहक की इज्जत उतार दी।
इज्जत मिट्टी में मिलाना (अर्थ –प्रतिष्ठा या सम्मान नष्ट करना)-
वाक्य प्रयोग – रामू की शराब की आदत ने उसके परिवार की इज्जत मिट्टी में मिला दी हैं।
इज्जत गंवाना (अर्थ –आबरु खोना)-
वाक्य प्रयोग – रूपये के लालच में पड़ कर तुमने अपनी इज्जत गंवा ली
इज्जत बिगाड़ना (अर्थ –अपमान करना)-
वाक्य प्रयोग – बदमाश आदमी भेल आदमियों की राह चलते इज्जत बिगाढ़ देते हैं
इज्जत दो कौड़ी की न रहना (अर्थ –इज्जत नष्ट हो जाना)-
वाक्य प्रयोग – इस बदमाश का संग करने से तुम्हारी इज्जत दो कौड़ी की नहीं रहीं
इधर-उधर की लगाना या इधर की उधर लगाना (अर्थ –चुगली करना)-
वाक्य प्रयोग – मित्र, इधर-उधर की लगाना छोड़ दो, बुरी बात हैं।
इधर-उधर की हाँकना (अर्थ –बेकार की बातें करना या गप मारना)-
वाक्य प्रयोग – वह हमेशा इधर-उधर की हाँकता रहता हैं, कभी बैठकर पढ़ता नहीं।
इधर की दुनिया उधर होना (अर्थ –अनहोनी बात होना)-
वाक्य प्रयोग – चाहे इधर की दुनियां उधर हो जाय पर हम अपना वचन न तोडेंगे
इधर का उधर करना (अर्थ –उलट पुलट करना)-
वाक्य प्रयोग – तुमने मेरी सारी चीजें इधर की उधर कर दी हैं
इस कान सुनना, उस कान निकालना (अर्थ –ध्यान न देना)-
वाक्य प्रयोग – उसकी बेकार की बातों को तो मैं इस कान सुनता हूँ, उस कान निकाल देता हूँ।
इस हाथ देना, उस हाथ लेना (अर्थ –तुरन्त फल मिलना)-
वाक्य प्रयोग – रामदीन तो इस हाथ दे, उस हाथ ले में विश्वास करता हैं।
इस हाथ देना उस हाथ लेना (अर्थ – जैसा काम वैसा फल मिलना)-
वाक्य प्रयोग – मै उधार नही करता सीधा हिसाब है इस हाथ से पचास रुपये दो और उस हाथ ले जाओ ।
इंद्र का अखाड़ा (अर्थ –किसी सजी हुई सभा में खूब नाच-रंग होता है)-
वाक्य प्रयोग – पहले जमाने में राजा-महाराजाओं के यहाँ इंद्र का अखाड़ा सजता था और आजकल दागी नेताओं के यहाँ।
इंद्र का अखाड़ा (अर्थ –खुब सजा हुआ मकान होना)-
वाक्य प्रयोग – कुछ ही रुपय और लगा देता तो उसका मकान इंद्र का अखाडा हो जाता ।
इंद्र की परी (अर्थ –बहुत सुन्दर स्त्री)-
वाक्य प्रयोग – राधा तो इंद्र की परी हैं, वह तो विश्व सुन्दरी बनेगी।
इन्द्रासन की परी (अर्थ – बहुत सुंदर स्त्री )-
वाक्य प्रयोग – मैंने जब सुनीता को पहली बार देखा तो देखता ही रह गया, वह तो एकदम इंद्र की परी है
इंतकाल होना (अर्थ –मर जाना)-
वाक्य प्रयोग – पिता के इंतकाल के बाद सारे घर की जिम्मेदारी अब फारुख के कंधों पर ही है।
इशारे पर नाचना (अर्थ –वश में हो जाना)-
वाक्य प्रयोग – जो व्यक्ति अपनी पत्नी के इशारे पर नाचता है वह अपने माँ-बाप की कहाँ सुनेगा।
इधर कुआं उधर खाई (अर्थ – दोनो ओर संकट होना)-
वाक्य प्रयोग – खुन करने के कारण खुनी कहा भागे क्योकी इधर गाव के लोग उसे ढूढ रहे है और उधर पुलिस ढूंढ रही है इसे तो इधर कुवा उधर खाई कहते है।
इज्जत पर पानी फेरना (अर्थ – इज्ज्त बर्बाद करना)-
वाक्य प्रयोग – बाप दादो की बनी बनाई इज्जत पर पानी फेरने के अतिरिक्त तुम जैसे दुष्ट लडको से आशा ही क्या की जा सकतीहै ।
इज्जत पर हाथ डालना (अर्थ – बेईज्जत करने की कोशिश करना)-
वाक्य प्रयोग – उसने तो मेरी इज्जत पर हाथ ही डाल दिया ।
इज्जत बेचना (अर्थ – आबरु खोना या प्रतिष्ठा गवाना)-
वाक्य प्रयोग – इस मकान को बेचकर क्या पुरखों की इज्जत बेचना चहाते हो ।
इधर का होना न उधर का (अर्थ – कही का न होना)-
वाक्य प्रयोग – इतना पढ लिख कर भी वह न इधर का हुआ न उधर का ।
इधर उधर (अर्थ – किसी से भी)-
वाक्य प्रयोग –जब तक काम न मिले इधर उधर से मागकर दिन काटो ।
इधर उधर होना (अर्थ – उलट पुलट होना)-
वाक्य प्रयोग – हवा से सब कागज इधर उधर हो गए ।
इधर का उधर होना (अर्थ – तितर बितर हो जाना)-
वाक्य प्रयोग – पुलिस को देखते ही भीड इधर उधर हो गई ।
इधर का उधर होना (अर्थ – बदल जाना)-
वाक्य प्रयोग – दो मिनट उससे बात नही की और इधर के उधर हो गए ।
इधर-उधर करना (अर्थ – तितर बितर करना)-
वाक्य प्रयोग – जहां मै कमरे से बाहर गया तुम मेरी सब चीजे इधर उधर कर देते हो ।
इधर से उधर करना (अर्थ – गडबड या अव्यवस्थित कर देना)-
वाक्य प्रयोग – तुम क्यो सब समान इधर से उधर कर देते हो ।
इधर की उधर करना (अर्थ – इधर की उधर लगना)-
वाक्य प्रयोग – राम ने कहा तो किसी और को था पर बात इधर की उधर हो गई ।
इधर की दुनिया उधर करना (अर्थ – बहुत परिश्रम या दौड धूप करना)-
वाक्य प्रयोग – इधर की दुनिया उधर कर डालो पर तुम्हारा काम सिद्ध होने वाला नही ।
इधर की दुनिया उधर होना (अर्थ – चाहे जो कुछ होना)-
वाक्य प्रयोग – इधर की दुनिया उधर हो जाय पर मै आज उसे अवश्य ही मारुगा ।
इधर उधर (अर्थ – यहां वहां )-
वाक्य प्रयोग – क्या इधर उधर घूम रहे हो ।
इधर उधर की बात करना (अर्थ – अफवाह )-
वाक्य प्रयोग – इधर उधर की बात पर विश्वास नही करनी चाहिये ।
इधर उधर की लगाना (अर्थ – चुगली करना )-
वाक्य प्रयोग – अगर फिर इधर उधर की लगाए तो बिना पीटे न छोडूगा ।
इधर से उधर फिरना (अर्थ – चारो ओर फिरना )-
वाक्य प्रयोग – तुम व्यर्थ ही इधर से उधर फिरा करते हो ।
इनायत करना (अर्थ – कृपा करके देना )-
वाक्य प्रयोग – जरा कलम तो इनायत कीजिये ।
इने गिने (अर्थ – थोडे से ही )-
वाक्य प्रयोग – मेरे पास इने गिने अच्छे कपडे है ।
इमली घोटना (अर्थ – शक्ति अपने बहन को दक्षिणा देना )-
वाक्य प्रयोग – तुम्हारे मामा इमली घोटाने आए या अभी नही ।
इलाईची बांटना (अर्थ – दावत देना )-
वाक्य प्रयोग – बडे लडके की शादी है पूरे गाव मे इलाईची बांटनी पडेगी ।
इल्लत कटना (अर्थ – झगडे का निर्णय होना )-
वाक्य प्रयोग – कुछ भी हो आपके आने से इल्लत तो कटी ।
इल्लत पालना (अर्थ – झझट लगा लेना )-
वाक्य प्रयोग – इस मुकदमे मे गवाह बनकर तुमने व्यर्थ मे इल्लत पाल ली है ।
दल्लत लगना (अर्थ – बेकार की झझट सर पर होना )-
वाक्य प्रयोग – यह तो अच्छी इल्लत पीछे लगी ।
इशारो का गुलाम (अर्थ – किसी की इच्छा अनुसार काम करने वाला )-
वाक्य प्रयोग – राजेश तो अपनी पत्नी का इशारो का गुलाम बन गया है ।
इस कान सुनना उस कान उडा देना (अर्थ – ध्यान से न सुनना )-
वाक्य प्रयोग – तुमसे कैसी ही बात क्यो न कही जाय तुम तो इस कान सुन कर उस कान उडा देते हो ।
इस पर न जाना (अर्थ – ऐसा न सोचना )-
वाक्य प्रयोग – इस पर न जाओ कि वह भला आदमी है आजकल भले भी विश्वास के योग्य नही है ।
इस पर न भूलना (अर्थ – इस पर भरोसा न करना )-
वाक्य प्रयोग – इस पर न भूलो कि वह तुम्हारा सहायक है हर घडी कोई साथ नही रहता।
इस्तिजा लडना (अर्थ – अत्यन्त मित्रता करना )-
वाक्य प्रयोग – आजकल वे दोनो इस्तिजा लडा रहे है ।
इस्तिजे का ढेला (अर्थ – अनादृत व्यक्ति, तुच्छा मनुष्य )-
वाक्य प्रयोग – वह तो इस्तिजे का ढेला है ।
इगित पर नाचना (अर्थ – इसारो पर नाचना )-
वाक्य प्रयोग – वह तो इगित पर नाच सकता है हां कोई नचाने वाला हो तब ।
इंद्र बनना (अर्थ – सजना या सवरना )-
वाक्य प्रयोग – आज सुबह ही इंद्र बनकर कहा चल दिये ।
इंद्रायन का फल (अर्थ – देखने मे सुन्दर पर भितर से बुरा या कटु होना )-
वाक्य प्रयोग – अरे भाई वह तो इंद्रायन का फल है ।
इक्के दुक्के (अर्थ – बिना साथी के )-
वाक्य प्रयोग – भाई इक्के दुक्के वहा मता जाना वहा पर खतरा है ।
इज्जलास पर चढाना (अर्थ – मुकदमा करना )-
वाक्य प्रयोग – अब कभी भी कोई गलती की तो इज्जलास पर चढाकर छोडुगा।
इज्जत अपने हाथ मे होना (अर्थ – मर्यादा का वश में होना )-
वाक्य प्रयोग – सब की इज्जत अपने हाथ मे है जो जैसा काम करगा वैसी ही इज्जत पाएगा ।
इज्जत कमाना (अर्थ – नाम कमाना )-
वाक्य प्रयोग – धन के साथ साथ नाम कमाना सब के वस की बात नही ।
इज्जत के पीछे पड़ना (अर्थ – इज्जत बिगाडने पर तुला होना, बेइज्जत करने पर तुलना)-
वाक्य प्रयोग – तुम तो मेरी इज्जत के पिछे पडे हो कही तुम्हे प्राण से हाथ न धोना पडे ।
इज्जत खाक मे मिला देना (अर्थ – इज्जत मिट्टी कर देना )-
वाक्य प्रयोग – रमेश ने तो माधव की इज्जत खाक मे मिला दी ।
इज्जत खोना (अर्थ – बेईज्जती हेाना )-
निचेवाक्य प्रयोग – मनुष्यो को इज्जत खोने की कोई परवा नही ।
इज्जत जाना (अर्थ – बेइज्जती होना )-
वाक्य प्रयोग – पैदल चलने से क्या तुम्हारी इज्जत चली जाएगी ।
इज्जत डुबोना (अर्थ – इज्जत खराब करना )-
वाक्य प्रयोग – अपने थोडे से लाभ के लिए आज तुमने अपनी इज्जत डुबो दी ।
इज्जत देना (अर्थ – आबरु देना )-
वाक्य प्रयोग – थोडे से लाभ के लिए मै अपनी इज्जत दे दूं यह कहां तक उचित है ।
इज्जत दो कौड़ी की करना (अर्थ – इज्जत बिलकुल बरबाद करना )-
वाक्य प्रयोग – इस चाडाल ने मेरे कुल की इज्जत दो कौड़ी की कर दी ।
इज्जत पाना (अर्थ – प्रतिष्ठा प्राप्त करना )-
वाक्य प्रयोग – उन्होंने इस दरबार मे बडी इज्जत पाई ।
इज्जत मिट्टी करना (अर्थ – आबरु खराब करना )-
वाक्य प्रयोग – उसने नीच काम करके अपने पूर्वजो की इज्ज्त मिट्टी कर दी ।
इज्ज्त पिसना (अर्थ – समान मिलना )-
वाक्य प्रयोग – भगवान करे तुम्हें इज्ज्त मिले ।
इज्जत मे बट्टा लगाना (अर्थ – आबरु खराब होना )-
वाक्य प्रयोग – इस नीच काम के करने की वजह से तुम्हारी इज्ज्त मे बट्टा लग गया ।
इज्जत रखना (अर्थ – इज्ज्त बचा लेना )-
वाक्य प्रयोग – रुपये दकर तुमने हमारी इज्जत रख ली ।
इज्जत लेना (अर्थ – बेइज्ज्त करना )-
वाक्य प्रयोग – किसी की इज्जत लेने से आपको क्या लाभ होता है ।
इतने मे (अर्थ – इसी बीच मे )-
वाक्य प्रयोग – वह जुआ खेल रहा था की इतने मे पुलिस आ पहुंची ।
इति होना (अर्थ – समाप्त होना )-
वाक्य प्रयोग – अब तुम्हारी पढाई की इति हो गई ।
इत्तफाक बढना (अर्थ – मेलजोल बढना )-
वाक्य प्रयोग – उन दोनो मे आजकल बहुत इत्तफाक बढ रहा है ।
इत्तफाक होना (अर्थ – विशेष मित्रता होना )-
वाक्य प्रयोग – उन दोनो से इत्तफाक होना ही चाहिये इसी मे सब का भला है ।
इत्तला लिखना (अर्थ – राज कर्मचारियो का किसी बात की सूचना लिखना )-
वाक्य प्रयोग – बिना घूस के थाने वाले इत्त्ला भी नही लिखते है।
इत्ते पित्ते जलना (अर्थ – बहुत क्रोधित होना )-
वाक्य प्रयोग – उसने इत्ते पित्ते जलाकर राजेश पर पिछे पड गया ।
इतिश्री होना (अर्थ – अंत होना, किसी कार्य या विशिष्ट अवधि का अंत होना)-
वाक्य प्रयोग – अटल बिहारी वाजपेई जी के निधन के साथ ही एक युग की इतिश्री हो गई।