आयुर्वेद के अनुसार जानें जायफल के फायदे / According to Ayurveda, the benefits of nutmeg

जायफल एक ऐसी जड़ी है, जो कई समस्याओं में बेहद लाभदायक साबित हुई है। आयुर्वेद के अनुसार जायफल एंटी-ऑक्सिडेंट और एंटी-बैक्टीरियल गुणों के कारण प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाता है।

पाचन संबंधी विकारों में कारगर-गैस बनने या पेट फूलने जैसी समस्याओं के इलाज के लिए दो चम्मच जायफल पाउडर और एक-चौथाई चम्मच अदरक के पाउडर का मिश्रण बनाएं। भोजन करने से कुछ समय पहले इसका 1/8 चम्मच पाउडर हल्के गर्म पानी के साथ लें। 3-4 छोटी इलायची, सौंठ पाउडर और एक चुटकी जायफल डाल कर हर्बल चाय पीना फायदेमंद है। दस्त के इलाज में एक चम्मच खसखस, दो बड़े चम्मच चीनी, आधा चम्मच इलायची और जायफल मिला कर पीस लें। हर दो घंटे में एक चम्मच तैयार पाउडर का सेवन करें। मितली और अपच की स्थिति में एक चम्मच शहद के साथ 3-4 बूंदें जायफल का तेल मिला कर सेवन करने से आराम मिलता है।

खांसी-जुकाम को दूर भगाए-सर्दी के इलाज के लिए यह पुराना उपाय है। एक कप गर्म पानी में 1/4 चम्मच जायफल मिला कर पीना या चाय बना कर पीना फायदेमंद है।

बरतें सावधानी-गर्म प्रकृति का होने के कारण सीमित मात्रा में (रोजाना 3-5 ग्राम) जायफल का सेवन करना ही बेहतर है। इसका अतिरिक्त सेवन एकाग्रता और स्फूर्ति की कमी जैसी समस्याओं को जन्म दे सकता है। इससे पेट दर्द, जी मिचलाना या  घबराहट हो सकती है। इसके अधिक सेवन से एलर्जी, दमा, कोमा जैसी गंभीर समस्या हो सकती है।

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