कोरोनावायरस – रोग, लक्षण, इलाज और दवा / Coronavirus – Disease, Symptoms, Cure and Medicine

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने इसे महामारी घोषित कर दिया है. कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए इसके लक्षणों को पहचानना बेहद जरूरी है. लक्षणों को पहचानकर ही कोरोना वायरस को काबू में किया जा सकता है।

कोरोना वायरस आउटब्रेक की शुरुआत चीन के वुहान शहर स्थित सीफूड मार्केट से हुई थी और इस बात की आशंका व्यक्त की जा रही है कि सभी बड़े मामले जानवरों से ही फैले हैं। हालांकि अब नए केस जो सामने आ रहे हैं उससे यही लग रहा है कि कोरोना एक इंसान से दूसरे में छूने से फैल रहा है। आसान शब्दों में समझें तो अगर किसी व्यक्ति को कोरोना वायरस का इंफेक्शन हो गया है तो दूसरा व्यक्ति जो उसके संपर्क में आएगा उसे भी ये इंफेक्शन हो जाएगा।

क्या है कोरोना वायरस?

कोरोना वायरस का संबंध वायरस के ऐसे परिवार से है, जिसके संक्रमण से जुकाम से लेकर सांस लेने में तकलीफ जैसी समस्या हो सकती है। इस वायरस को पहले कभी नहीं देखा गया है. इस वायरस का संक्रमण दिसंबर में चीन के वुहान में शुरू हुआ था। डब्लूएचओ के मुताबिक, बुखार, खांसी, सांस लेने में तकलीफ इसके लक्षण हैं। अब तक इस वायरस को फैलने से रोकने वाला कोई टीका नहीं बना है।

COVID-19 क्या है?

कोविड-19 के बारे में बुनियादी जानकारी –

COVID-19 कोरोनावायरस का आधिकारिक नाम है। यह नाम विश्व स्वास्थ्य संगठन ने दिया है। कोरोना वायरस यानी कि Coronavirus disease (COVID-19) बहुत सूक्ष्म लेकिन प्रभावी वायरस है। कोरोना वायरस मानव के बाल की तुलना में 900 गुना छोटा है। आकार में इस छोटे वायरस ने पूरी दुनिया को डरा दिया है। दिसंबर 2019 में चीन के वुहान शहर में नोवल कोरोना वायरस (कोविड-19) का पहला मामला जानकारी में आया।

इस संक्रमण से प्रभावित लोगों में बुखार, सर्दी-जुखाम, खांसी तथा सांस लेने में तकलीफ पाई गई थी। डाक्टरों ने पाया ये लक्षण सार्स से काफी मिलते-जुलते हैं। नोवल कोरोना वायरस (एनसीओवी/कोविड-19) कोरोना वायरस परिवार का सातवां वायरस है। अब छह तरह के कोरोना वायरस सामने आए हैं. इसकी अनुवांशिक संरचना 80 फीसदी तक चमगादड़ों में पाए जाने वाले सार्स वायरस जैसी मिली।

कोरोना वायरस को मुख्य रूप से 1960 में मनुष्यों में पाया गया था। कोरोना वायरस सामान्य हैं और यह संक्रमण अक्सर उन रोगियों में हानिकारक होता है जो केवल बुखार, खांसी और सांस की तकलीफ जैसे फ्लू के लक्षण विकसित करते हैं।

क्या है कोरोना के लक्षण ?

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के मुताबिक कोरोना वायरस से संक्रमित होने पर 88 फीसदी को बुखार, 68 फीसदी को खांसी और कफ, 38 फीसदी को थकान, 18 फीसदी को सांस लेने में तकलीफ, 14 फीसदी को शरीर और सिर में दर्द, 11 फीसदी को ठंड लगना और 4 फीसदी में डायरिया के लक्षण दिखते हैं. रनिंग नोज यानी नाक बहना कोरोना वायरस का लक्षण नहीं माना जा रहा है.

कोरोना को यदि पहचानना हो तो कुछ लक्षणों पर ध्यान दिया जा सकता है –

तेज बुखार आनाः – अगर किसी व्यक्ति को सुखी खांसी के साथ तेज बुखार है तो उसे एक बार जरूर जांच करानी चाहिए. यदि आपका तापमान 99.0 और 99.5 डिग्री फारेनहाइट है तो उसे बुखार नहीं मानेंगे. अगर तापमान 100 डिग्री फ़ारेनहाइट (37.7 डिग्री सेल्सियस) या इससे ऊपर पहुंचता है तभी यह चिंता का विषय है.

कफ और सूखी खांसीः – पाया गया है कि कोरोना वायरस कफ होता है मगर संक्रमित व्यक्ति को सुखी खांसी आती है.

सांस लेने में समस्याः – कोरोना वायरस से संक्रमित होने के 5 दिनों के अंदर व्यक्ति को सांस लेने में समस्या हो सकती है. सांस लेने की समस्या दरअसल फेफड़ो में फैलते कफ के कारण होती है.

फ्लू-कोल़्ड जैसे लक्षणः – विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार कोरोना वायरस से संक्रमित होने पर कभी-कभी बुखार, खांसी, सांस में दिक्कत के अलावा फ्लू और कोल्ड जैसे लक्षण भी हो सकते हैं.

डायरिया और उल्टीः – कोरोना से संक्रमित लोगों में डायरिया और उल्टी के भी लक्षण देखे गए है. करीब 30 प्रतिशत लोगों में इस तरह के लक्षण पाये गए हैं.

सूंघने और स्वाद की क्षमता में कमीः बहुत से मामलों में पाया गया है कि कोरोना से संक्रमित लोगों को सूंघने और स्वाद की क्षमता में कमी आती है.

सीने में दर्द की शिकायत

बेवजह थकान महसूस होना

कुछ मामलों में कोरोना वायरस घातक भी हो सकता है. खास तौर पर अधिक उम्र के लोग और जिन्हें पहले से अस्थमा, डायबिटीज़ और हार्ट की बीमारी है.

COVID-19 कैसे फैलता है?

COVID-19 पीड़ित व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैल सकता है। अगर कोई COVID-19 पीड़ित व्यक्ति खांसता है या सांस छोड़ता है तो उसके नाक या मुंह से निकली छोटी बूंदें आसपास की वस्तुओं और सतहों पर उतरती हैं। जब लोग इन वस्तुओं या सतहों को छूते हैं और उसके बाद अपने आंख, नाक या मुंह को छू लेते हैं तो यह सक्रमण उनमें भी फैल सकता है।

ज़ूनोटिक वायरस को जानवरों और मनुष्यों के बीच सीधे संपर्क के माध्यम से प्रसारित किया जा सकता है। लेकिन, संक्रमण के कई अन्य रूप हैं, भोजन या तथाकथित वैक्टर के माध्यम से, एक मच्छर या कोई अन्य कीट एक रोगज़नक़ को दूसरे जीव को बीमार किए बिना ले जा सकता है।

इसके अलावा, ज़ूनोसिस भोजन के माध्यम से, मांस या पशु उत्पादों को खाने से भी प्रसारित किया जा सकता है। यदि वे पर्याप्त गर्म नहीं होते हैं या यदि उन्हें अस्वच्छ परिस्थितियों में तैयार किया गया है, तो वे संक्रमण का स्रोत भी हो सकता हैं।

कोरोना वायरस से रोकथाम और उपचार ?

वर्तमान में कोई टीका या विशिष्ट उपचार कोरोना के लिए उपलब्ध नहीं है, हालाँकि तकनीकी विकास के अंतर्गत कई टीके और विशिष्ट उपचार मौजूद हैं। लेकिन कुछ सावधानियों से हम कोरोना वायरस से रोकथाम कर सकत हैं :

  • सबसे पहले खुद को लोगों से अलग रखें ।
  • आप जिस कमरे में रह रहे हैं वहां शौचालय के साथ हवा की आवाजाही होनी ज़रुरी है।
  • हाथों को धोना कोरोना वायरस से बचने का सबसे अहम हथियार है ।
  • जब भी कहीं बाहर से आएं, किसी से हाथ मिलाएं या किसी के नज़दीक जाएं तो फौरन हाथों को हैंड वॉश, साबुन से धोएं ।
  • कोशिश करें कि हाथ न मिलाएं, किसी के नज़दीक न जाएं ।
  • हाथों से नमस्ते करें, चाहकर भी हाथ मिलाने से बचें ।
  • अगर छीकें या खांसी आ रही है तो मास्क लगाना अनिवार्य है ।
  • अगर छींके या खांसी नहीं आ रही तो बेवजह मास्क न लगाएं ।
  • घर में साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखें ।
  • किसी भी प्रकार की भीड़ में जानें से बचें, जैसे – शादी, शोक सभा, बाज़ार आदि

कोरोना के वायरस से बचने के लिए कौन सी सावधानियां बरतनी चाहिए –

  • अगर छींक, खांसी हो तो मास्क पहनना अनिवार्य है ।
  • जिन लोगों को खांसी, जुकाम, बुखार है उनसे एक निश्चित दूरी बनाकर रखें ।
  • अगर कोई कोरोना संदिग्ध लगे तो फौरन नज़दीकी अस्पताल से संपर्क करें ।
  • जब भी बाहर से आएं तो हाथों को किसी साबुन या हैंड वॉश से धोएं ।
  • हाथों से मुंह को न छुएं, यानि हाथों को आंख, नाक और मुंह से दूर रखें।
  • यदि आखों या मुंह को छू लिया है तो फौरन किसी सैनिटाइज़र का इस्तेमाल करें ।

इस वायरस से बचने का एक ही तरीका है – सावधानी । यदि आप इन बुनियादी बातों का ध्यान रखेंगे तो कोरोना का यह वायरस आपको प्रभावित नहीं कर पाएगा ।

COVID-19 का कोई टीका, दवा

अभी नहीं। COVID-2019 को रोकने या इससे संक्रमित व्यक्ति के इलाज के लिए कोई टीका या दवा अभी तक नहीं बनी है, लेकिन इसका इलाज ढूंढा जा रहा है।

COVID-19 – महत्वपूर्ण तथ्य

अपनी सुरक्षा के लिए मास्क पहनना चाहिए?

यदि आप COVID-19 के लक्षणों (विशेष रूप से खांसी) के साथ बीमार हैं या किसी ऐसे व्यक्ति की देखभाल कर रहे हैं, जो COVID-19 से पीड़ित है, तो मास्क जरूर पहनें। डिस्पोजेबल फेस मास्क का उपयोग केवल एक बार किया जा सकता है। यदि आप बीमार नहीं हैं या किसी ऐसे व्यक्ति के संपर्क में नहीं हैं, जिसे खांसी या सर्दी-जुकाम हो तो मास्क पहनने की जरूरत नहीं है।

मास्क कैसे लगाएं, इस्तेमाल करें, उतारें और डिस्पोज करें?

मास्क को छूने से पहले हाथों को साबुन और पानी से साफ करें। इसके बाद मास्क लें और यह सुनिश्चित करें कि वो सीधा है या नहीं। फिर मास्क को अपने मुंह और नाक के पास ले जाएं और दोनों किनारों पर बनी पट्टी को अपने दोनों कानों में लगा लें। इसके बाद जब भी आप मास्क उतारें तो उसे डस्टबिन में डाल दें और साथ ही आंख, नाक और मुंह छूने से पहले हाथ फिर से साबुन से अच्छी तरह धो लें।

COVID-19 के लिए ऊष्मायन अवधि कब तक है?

‘ऊष्मायन अवधि’ का अर्थ है वायरस को पकड़ने और बीमारी के लक्षणों की शुरुआत के बीच का समय। COVID-19 की ऊष्मायन अवधि के अधिकांश अनुमान 1-14 दिनों तक होते हैं, आमतौर पर लगभग पांच दिन तक। बाकी अभी इसपर शोध चल रहे हैं।

क्या मनुष्य किसी पशु स्रोत से COVID -19 से संक्रमित हो सकते हैं?

कोरोनावायरस वायरस का एक बड़ा परिवार है, जो जानवरों में आम है। कभी-कभी, लोग इन वायरस से संक्रमित हो जाते हैं जो बाद में अन्य लोगों में फैल सकता है। इससे अपने आप को बचाने के लिए जीवित जानवरों के बाजारों का दौरा न करें और जानवरों के सीधे संपर्क में आने से बचें।

क्या मुझे अपने पालतू जानवर से COVID -19 हो सकता हूं?

नहीं। अभी तक इस बात के प्रमाण नहीं मिले हैं कि कोई पालतू जानवर जैसे कि बिल्ली और कुत्ते COVID -19 से संक्रमित हुए हों और वो वायरस को फैला सकते हैं।

सतहों पर वायरस कितने समय तक जीवित रहता है?

यह निश्चित नहीं है कि COVID -19 का वायरस कब तक सतहों पर जीवित रहता है, लेकिन यह अन्य वायरस की तरह ही व्यवहार करता है। अध्ययनों से पता चलता है कि कोरोनावायरस (COVID-19) कुछ घंटों या कई दिनों तक सतहों पर बना रह सकता है। यह अलग-अलग स्थितियों (उदाहरण के लिए सतह, तापमान या वातावरण की आर्द्रता) के तहत भिन्न हो सकता है।

भारत सरकार ने भी जारी की एडवाइज़री –

भारत सरकार ने भी कोरोना वायरस के लक्षण मिलने पर तत्काल स्वास्थ्य केंद्र पर सूचना देने को कहा है. स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से 24 घंटे चलने वाला कंट्रोल रूम तैयार किया गया है।

फोन नंबर 01123978046 के माध्यम से कंट्रोल रूम में संपर्क किया जा सकता है। इसके अलावा ncov2019@gmail.com पर मेलकर के भी कोरोना वायरस के लक्षणों या किसी भी तरह की आशंकाओं के बारे में जानकारी ली जा सकती है।