( आ ) से शुरू वाले हिन्दी मुहावरे
‘आ’ से शुरू होने वाले हिन्दी के कुछ प्रसिद्ध मुहावरे और उनके अर्थ, वाक्य में प्रयोग सहित इस लेख द्वारा उपलब्ध कराये गए है।
आँख भर आना – (अर्थ – आँसू आना)-
वाक्य प्रयोग – बेटी की विदाई पर माँ की आखें भर आयी।
आँखों में बसना – (अर्थ – हृदय में समाना)-
वाक्य प्रयोग – वह इतना सुंदर है की उसका रूप मेरी आखों में बस गया है।
आँखे खुलना – (अर्थ – सचेत होना, होश आना, सावधान होना)-
वाक्य प्रयोग – ठोकर खाने के बाद ही बहुत से लोगों की आँखे खुलती है।
आँख का तारा (अर्थ – बहुत प्यारा)-
वाक्य प्रयोग – आज्ञाकारी बच्चा माँ-बाप की आँखों का तारा होता है।
आँखे दिखाना – (अर्थ – बहुत क्रोध करना)-
वाक्य प्रयोग – राम से मैंने सच बातें कह दी, तो वह मुझे आँख दिखाने लगा।
आँख-कान खुले रखना – (अर्थ – सतर्क रहना)-
वाक्य प्रयोग – यहाँ यह पता करना कठिन है कि कौन मित्र है और कौन शत्रु। अतः हमेशा आँख-कान खुले रखो।
आँख या आँखों का तेल निकालना – (अर्थ – महीन काम करना जिससे आँखों पर बहुत जोर पड़े)-
वाक्य प्रयोग – दिन भर सुई में धागा पिरोते-पिरोते मेरी आँखों आँखों का तेल निकल गया।
आँख का पानी गिरना या आँख का पानी मर जाना – (अर्थ – निर्लज्ज होना)-
वाक्य प्रयोग – राजू की आँख का पानी मर गया हैं, वह तो अपने पिता के सामने भी बीड़ी पीता हैं।
आँखों का पानी ढल जाना – (अर्थ – लज्जारहित हो जाना, निर्लज्ज होना)-
वाक्य प्रयोग – जब से श्याम जेल जाकर आया है तब से उसकी आँखों का पानी गिर गया।
आँखों की पट्टी खुलना – (अर्थ – भ्रम दूर होना)-
वाक्य प्रयोग – प्रेम के आँख की पट्टी तब खुली जब ठग उसे ठगकर चला गया।
आँखें निकालना – (अर्थ – क्रोधपूर्वक देखना)-
वाक्य प्रयोग – अरे मित्र! फूल मत तोड़ो, माली आँखें निकाल रहा हैं।
आँखें नीची होना – (अर्थ – लज्जित होना)-
वाक्य प्रयोग – जब पुत्र चोरी के जुर्म में पकड़ा गया तो पिता की आँखें नीची हो गई।
आँखें फाड़ कर देखना – (अर्थ – आश्चर्य से देखना)-
वाक्य प्रयोग – अरे मित्र! आँखें फाड़कर क्या देख रहे हो, ये तुम्हारा ही घर हैं।
आँखें बंद होना – (अर्थ – मर जाना)-
वाक्य प्रयोग – थोड़ी-सी बीमारी के बाद ही उसकी आँखें बन्द हो गई।
आँखें बिछाना – (अर्थ – प्रेम से स्वागत करना)-
वाक्य प्रयोग – जब प्रधानमंत्री आए तो स्कूल में सबने आँखें बिछा दीं।
आँखें मूँदकर रखना – (अर्थ – बिना सोचे-समझे करना)-
वाक्य प्रयोग – अध्यापक ने बच्चों से कहा कि हमें कोई काम आँख मूँदकर नहीं करना चाहिए।
आँखों में चुभना – (अर्थ – बुरा लगना)-
वाक्य प्रयोग – मैंने मित्र से कहा कि मित्र, ये रंग आँखों में चुभ रहा हैं, तुम दूसरे रंग की शर्ट पहन लो।
आँखें चार होना – (अर्थ – आमने-सामने होना)-
वाक्य प्रयोग – जब आँखें चार होती है, मुहब्बत हो ही जाती है।
आँखें मूँदना – (अर्थ – मर जाना)-
वाक्य प्रयोग – आज सबेरे उसके पिता ने आँखें मूँद ली।
आँखें चुराना – (अर्थ – नजर बचाना, अपने को छिपाना)-
वाक्य प्रयोग – मुझे देखते ही वह आँखें चुराने लगा।
आँखों में खून उतरना – (अर्थ – अधिक क्रोध करना)-
वाक्य प्रयोग – बेटे के कुकर्म की बात सुनकर पिता की आँखों में खून उतर आया।
आँखों में गड़ना – (अर्थ – किसी वस्तु को पाने की उत्कट लालसा)-
वाक्य प्रयोग – उसकी कलम मेरी आँखों में गड़ गयी है।
आँखें फेर लेना – (अर्थ – उदासीन हो जाना)-
वाक्य प्रयोग – मतलब निकल जाने के बाद उसने मेरी ओर से बिलकुल आँखें फेर ली है।
आँख मारना – (अर्थ – इशारा करना)-
वाक्य प्रयोग – उसने आँख मारकर मुझे बुलाया।
आँखों में धूल झोंकना – (अर्थ – धोखा देना)-
वाक्य प्रयोग – वह बड़ों-बड़ों की आँखों में धूल झोंक सकता है।
आँखों का काँटा होना – (अर्थ – शत्रु होना)-
वाक्य प्रयोग – वह मेरी आँखों का काँटा हो रहा है।
आँखों में पानी होना – (अर्थ – शर्म-लिहाज होना)-
वाक्य प्रयोग – रमेश की आँखों में पानी होता तो वह सबके सामने बड़े भाई का अनादर न करता।
आँखों में समाना – (अर्थ – हमेशा ध्यान में रहना)-
वाक्य प्रयोग – मुरली मनोहर श्याम तो मीराबाई की आँखों में समाए हुए थे।
आँखों से अंगारे/आग बरसना – (अर्थ – अत्यधिक क्रोध आना)-
वाक्य प्रयोग – जब रावण ने सीता का हरण कर लिया तो श्री राम की आँखों से अंगारे बरसने लगे थे।
आँखों से उतरना – (अर्थ – मूल्य या सम्मान कम होना)-
वाक्य प्रयोग – जब से विवेक ने अपने पिता को जवाब दिया हैं तब से रामू उनकी आँखों से उतर गया हैं।
आँखों से चिनगारियाँ निकलना – (अर्थ – गुस्से या क्रोध से आँखें लाल होना)-
वाक्य प्रयोग – जब रोहन ने मुझसे अपशब्द कहे तो मेरी आँखों से चिनगारियाँ निकलने लगी।
आँखों में सरसों फूलना – (अर्थ – हरियाली ही हरियाली दिखाई देना अथवा मन उल्लास से भरना)-
वाक्य प्रयोग – जब राहुल की लॉटरी खुल गई तो उसकी आँखों में सरसों फूलने लगी।
आँखों से परदा हटना – (अर्थ – असलियत का पता लगना)-
वाक्य प्रयोग – जब मुझे यह ज्ञात हुआ कि सादा ढंग से रहने वाला शेखर अमीर हैं तो मेरी आँखों से परदा हट गया।
आँखों पर बिठाना – (अर्थ – बहुत आदर-सत्कार करना)-
वाक्य प्रयोग – जब मोहन के घर कोई मेहमान आता हैं तो वह उसे आँखों पर बिठाकर रखता हैं।
आँखें आना – (अर्थ – आँखों में लाली/सूजन आ जाना)-
वाक्य प्रयोग – मेरी आँखें आ गई हैं इसलिए मैंने काला चश्मा लगा रखा है।
आँख उठाना – (अर्थ – नुकसान करने की कोशिश करना)-
वाक्य प्रयोग – यदि तुम्हारी ओर किसी ने आँख भी उठाई तो मैं उसे छोड़ूँगा नहीं।
आँखें पथरा जाना – (अर्थ – राह देखते-देखते थक जाना)-
वाक्य प्रयोग – कृष्ण के लौटकर आने की प्रतीक्षा में गोपियों की आँखें पथरा गई।
आँखों पर पर्दा पड़ना – (अर्थ – भले-बुरे की पहचान न होना)-
वाक्य प्रयोग – क्या तुम्हारी आँखों पर पर्दा पड़ा है जो तुम्हें यह भी दिखाई नहीं देता कि तुम्हारा बेटा आजकल क्या गुल खिला रहा है ?
आँखों में घर करना – (अर्थ – मन में जगह बना लेना)-
वाक्य प्रयोग – अच्छे बच्चे सभी अध्यापकों की आँखों में घर कर लेते हैं।
आँखों में चर्बी छाना – (अर्थ – घमंड में चूर होना)-
वाक्य प्रयोग – रिश्वत और बेईमानी का पैसा उसे क्या मिला है, उसकी आँखों में तो चर्बी चढ़ गई है।
आँख लगना – (अर्थ – प्रेम करना, जरा-सी नींद आना)-
वाक्य प्रयोग – आँख लगी ही थी कि अचानक फोन की घंटी सुनकर वह उठ बैठा।
आँखों में रात काटना – (अर्थ – चिंता/कष्ट के कारण सो न पाना)-
वाक्य प्रयोग – पूनम के पति को पुलिसवाले न जाने क्यों थाने ले गए। वह रात भर नहीं लौटा, बेचारी पूनम की तो सारी रात आँखों में ही कटी।
आँखों में धूल झोंकना – (अर्थ – धोखा देना)-
वाक्य प्रयोग – चोर पुलिसवाले की आँखों में धूल झोंककर गायब हो गया।
आँखें ठंढी होना– (अर्थ – इच्छा पूरी होना)-
वाक्य प्रयोग – खेत में अपनी फसल को देखकर किसान की आँखें ठंडी हो गई।
आँखें लड़ना – (अर्थ – देखादेखी होना, प्रेम होना)-
वाक्य प्रयोग – पहली बार मिलते ही अरुण और नेहा की आँखें लड़ गई।
आँखें लाल करना – (अर्थ – क्रोध की नजर से देखना)-
वाक्य प्रयोग – आँखें लाल मत करो, इससे मैं डरनेवाला नहीं
आँखें थकना – (अर्थ – प्रतीक्षा में निराश होना)-
वाक्य प्रयोग – बारिश का इंतजार करते करते किसान की आँखें थक गयी, पर बारिश नहीं हुई।
आँखों में खटकना – (अर्थ – बुरा लगना)-
वाक्य प्रयोग – जतिन तो हमेशा ही सबकी आँखों में खटकता है।
आँखें लाल-पीली करना – (अर्थ – नाराज होना, क्रोध करना)-
वाक्य प्रयोग – बच्चों की छोटी-मोटी गलतियों पर शिक्षकों का आंखें लाल-पीली करना अच्छी बात नहीं।
आँख का अंधा, गाँठ का पूरा – (अर्थ – मूर्ख धनवान)-
वाक्य प्रयोग – रामसिंह तो आँख का अंधा, गाँठ का पूरा है।
आँखों की किरकिरी होना – (अर्थ – शत्रु होना)-
वाक्य प्रयोग – लालसिंह स्कूल में सबके आँखों की किरकिरी हो गया है।
आँखों का प्यारा या पुतली होना – (अर्थ – बहुत प्यारा होना)-
वाक्य प्रयोग – छोटे बच्चें सबकी आँखों के प्यारे होते हैं।
आँखें सेंकना – (अर्थ – किसी की सुन्दरता देख आँखें जुड़ाना)-
वाक्य प्रयोग – कमला तो मंदिर में भगवान की सुन्दर छवि को देखकर अपनी आँखें सेकती रहती है।
आँखें गड़ाना – (अर्थ – दिल लगाना, इच्छा करना)-
वाक्य प्रयोग – राज ने मनीषा पर अपनी आँखें गड़ा रखी है
आँख फड़कना – (अर्थ – भला या बुरा होना, सगुन उचरना)-
वाक्य प्रयोग – मेरी आज बाई आंख फडक रही है, देखे क्या होता है ?
आँख रखना – (अर्थ – ध्यान रखना)-
वाक्य प्रयोग – राधा हमेशा श्री कृष्ण पर आँख रखती थी।
आकाश छूना – (अर्थ – बहुत तरक्की करना)-
वाक्य प्रयोग – राखी एक दिन अवश्य आकाश चूमेगी
आकाश-पाताल एक करना – (अर्थ – अत्यधिक उद्योग/परिश्रम करना)-
वाक्य प्रयोग – सूरज ने इंजीनियर पास करने के लिए आकाश-पाताल एक कर दिया।
आकाश-पाताल का अंतर होना – (अर्थ – बहुत अधिक अंतर होना)-
वाक्य प्रयोग – कहाँ मैं और कहाँ वह मूर्ख, हम दोनों में आकाश-पाताल का अंतर है।
आकाश का फूल होना – (अर्थ – अप्राप्य वस्तु)-
वाक्य प्रयोग – आजकल दिल्ली में घर खरीदना तो आकाश का फूल हो रहा हैं।
आकाश के तारे तोड़ लाना – (अर्थ – असंभव कार्य करना)-
वाक्य प्रयोग – श्याम हमेशा आकाश के तारे तोड़ने की बात करता हैं।
आकाश से बातें करना – (अर्थ – अत्यधिक ऊँचा होना)-
वाक्य प्रयोग – मुंबई की इमारतें तो आकाश से बातें करती हैं।
आसमान पर उड़ना – (अर्थ – थोड़ा पैसा पाकर इतराना)-
वाक्य प्रयोग – उसकी 10 हजार की लॉटरी क्या खुल गई, वह तो आसमान पर उड़ रहा हैं।
आसमान टूट पड़ना – (अर्थ – गजब का संकट पड़ना)-
वाक्य प्रयोग – पाँच लोगों को खिलाने-पिलाने में ऐसा क्या आसमान टूट पड़ा कि तुम सारा घर सिर पर उठाये हो ?
आसमान से बातें करना – (अर्थ – बहुत ऊँचा होना)-
वाक्य प्रयोग – आजकल ऐसी ऐसी इमारते बनने लगी है, जो आसमान से बातें करती है।
आसमान पर चढ़ना – (अर्थ – बहुत अभिमान करना)-
वाक्य प्रयोग – आजकल मदन का मिजाज आसमान पर चढ़ा हुआ दिखाई देता हैं।
आसमान पर थूकना – (अर्थ – किसी महान् व्यक्ति को बुरा-भला कहना)-
वाक्य प्रयोग – नेताजी सुभाषचंद्र बोस एक महान् देशभक्त थे उनके बारे में कुछ कहना-आसमान पर थूकने जैसा हैं।
आसमान पर मिजाज होना – (अर्थ – अत्यधिक अभिमान होना)-
वाक्य प्रयोग – सरकारी नौकरी लगने के बाद उसका आसमान पर मिजाज हो गया हैं।
आसमान सिर पर उठाना (अर्थ – अत्यधिक ऊधम मचाना)-
वाक्य प्रयोग – इस बच्चे ने तो आसमान सिर पर उठा लिया हैं, इसे ले जाओ यहाँ से।
आसमान सिर पर टूटना – (अर्थ – बहुत मुसीबत आना)-
वाक्य प्रयोग – पिता के मरते ही राजू के सिर पर आसमान टूट पड़ा।
आसमान से गिरे, खजूर में अटके – (अर्थ – एक परेशानी से निकलकर दूसरी परेशानी में आना)-
वाक्य प्रयोग – अध्यापक की मदद से राजू गणित में तो पास हो गया, परंतु विज्ञान में उसकी कम्पार्टमेंट आ गई। इसी को कहते हैं- आसमान से गिरे, खजूर में अटके।
आसमान दिखाना – (अर्थ – पराजित करना / परास्त करना)-
वाक्य प्रयोग – भारतीय जवानों ने सदैव अपने दुश्मनों को आसमान दिखाया है।
आठ-आठ आँसू रोना – (अर्थ – बुरी तरह पछताना)-
वाक्य प्रयोग – इस उमर में न पढ़ा, तो आठ-आठ आँसू न रोओ तो कहना।
आसन डोलना – (अर्थ – लुब्ध या विचलित होना)-
वाक्य प्रयोग – धन के आगे ईमान का भी आसन डोल जाया करता है।
आस्तीन का साँप – (अर्थ – कपटी मित्र)-
वाक्य प्रयोग – उससे सावधान रहो। आस्तीन का साँप है वह।
आस्तीन चढ़ाना – (अर्थ – लड़ने को तैयार होना)-
वाक्य प्रयोग – मुन्ना हर वक्त आस्तीन चढ़ाकर रखता हैं।
आँच आना – (अर्थ – हानि या कष्ट पहुँचना)-
वाक्य प्रयोग – जब माँ साथ हैं तो बच्चे को भला कैसे आँच आएगी।
आँच न आने देना – (अर्थ – जरा भी कष्ट या दोष न आने देना)-
वाक्य प्रयोग – तुम निश्र्चिन्त रहो। तुमपर आँच न आने दूँगा।
आँचल पसारना – (अर्थ – प्रार्थना करना या किसी से कुछ माँगना)-
वाक्य प्रयोग – मैं ईश्वर से आँचल पसारकर यही माँगता हूँ कि तुम कक्षा में उत्तीर्ण हो जाओ।
आँतें बुलबुलाना – (अर्थ – बहुत भूख लगना)-
वाक्य प्रयोग – मैंने सुबह से कुछ नहीं खाया, मेरी आँतें कुलबुला रही हैं।
आँतों में बल पड़ना – (अर्थ – पेट में दर्द होना)-
वाक्य प्रयोग – रात की पूड़ियाँ खाकर मेरी आँतों में बल पड़ गए।
आँधी के आम होना – (अर्थ – बहुत सस्ता होना)-
वाक्य प्रयोग – आजकल तो आलू आँधी के आम हो रहे हैं, जितने चाहो, ले लो।
आँधी के आम – (अर्थ – बिना परिश्रम के मिली वस्तु)-
वाक्य प्रयोग – आँधी के आमों की तरह से मिली दौलत बहुत दिनों तक नहीं रुकती।
आँसू पीना या पीकर रहना – (अर्थ – दुःख या कष्ट में भी शांत रहना)-
वाक्य प्रयोग – जब राकेश कक्षा में फेल हो गया तो वह आँसू पीकर रह गया।
आँसू पी जाना – (अर्थ – दुःख को छिपा लेना)-
वाक्य प्रयोग – सतीश ने पिता की मृत्यु हो जाने पर भी अपने आँसू पी लिए।
आँसू पोंछना – (अर्थ – धीरज बँधाना)-
वाक्य प्रयोग – मुसीबत आने पर धीरज ने अपने मित्र के आँसू पोछें।
आँसू बहाना – (अर्थ – खूब रोना)-
वाक्य प्रयोग – रीना सुबह से बिना मतलब ही आँसू बहा रही है।
आग उगलना – (अर्थ – कड़वी बातें कहना)-
वाक्य प्रयोग – रमेश तो हमेशा आग उगलता रहता हैं।
आग बबूला होना – (अर्थ – अति क्रुद्ध होना)-
वाक्य प्रयोग – राधा जरा-सी बात पर आग बबूला हो गई।
आग पर लोटना – (अर्थ – ईर्ष्या से जलना)-
वाक्य प्रयोग – मेरी कार खरीदने की बात सुनकर रामू आग पर लोटने लगा।
आग में घी डालना – (अर्थ – क्रोध को और भड़काना)-
वाक्य प्रयोग – आपसी लड़ाई में अनुपम के आँसुओं ने आग में घी डाल दिया
आग लगने पर कुआँ खोदना (अर्थ – विपत्ति आने पर/ऐन मौके पर प्रयास करना)-
वाक्य प्रयोग – मित्र, पहले से कुछ करो। आग लगने पर कुआँ खोदना ठीक नहीं।
आग लगाकर तमाशा देखना – (अर्थ – दूसरों में झगड़ा कराके अलग हो जाना)-
वाक्य प्रयोग – वह तो आग लगाकर तमाशा देखने वाला हैं, वह तुम्हारी क्या मदद करेगा।
आग से खेलना – (अर्थ – खतरनाक काम करना)-
वाक्य प्रयोग – मित्र, तस्करी करना बंद कर दो, तुम क्यों आग से खेल रहे हो?
आग हो जाना – (अर्थ – अत्यन्त क्रोधित हो जाना)-
वाक्य प्रयोग – सुनिल के स्वभाव से सब परिचित हैं, वह एक ही पल में आग हो जाता हैं।
आग देना – (अर्थ – मृतक का दाह-संस्कार करना)-
वाक्य प्रयोग – भारतीय संस्कृति के अनुसार पिता की चिता को बड़ा बेटा ही आग देता है।
आग का पुतला – (अर्थ – क्रोधी)-
वाक्य प्रयोग – रावण एक आग का पुतला था।
आग पर आग डालना – (अर्थ – जले को जलाना)-
वाक्य प्रयोग – महाभारत में मामा शकुनि दुर्योधन से हर बात पर आग पर आग डालने का कार्य करवाता था, क्योंकि वह पांडवो से ईर्ष्या करता था।
आग पर पानी डालना – (अर्थ – क्रुद्ध को शांत करना, लड़नेवालों को समझाना-बुझाना)-
वाक्य प्रयोग – जब दो मित्रों के बीच ज्यादा ही तू तू मैं मैं होने लगी, तो उनके अध्यापक ने आग पर पानी डाल दिया।
आग पानी का बैर – (अर्थ – सहज वैर)-
वाक्य प्रयोग – मुकेश और मनीषा को समझाना तो बहुत ही मुश्किल है, उनमें तो आग पानी का बैर है ।
आग बोना – (अर्थ – झगड़ा लगाना)-
वाक्य प्रयोग – तुम्हारी आग बोने की नीति कब समाप्त होगी।
आग लगाकर पानी को दौड़ाना – (अर्थ – पहले झगड़ा लगाकर फिर उसे शांत करने का यत्न करना)-
वाक्य प्रयोग – राहुल ने पहले हम दोनों के बीच में आग लगाई फिर पानी को लेकर दौड़ने लगा।
आग से पानी होना – (अर्थ – क्रोध करने के बाद शांत हो जाना)-
वाक्य प्रयोग – तुम्हारे मित्र को आग से पानी होने में समय नहीं लगता।
आग में कूद पड़ना – (अर्थ – खतरा मोल लेना / मुसीबत मोल लेना)-
वाक्य प्रयोग – मोहन तो यारों का यार है, दोस्तों के लिए तो हमेशा आग में कूद जाने को भी तैयार रहता है।
आग रखना – (अर्थ – मान रखना)-
वाक्य प्रयोग – जवानों, अपनी मातृभूमि की आग रख लेना, कहीं शत्रु अपने इरादों में कामयाब न हो जाए।
आटे-दाल का भाव मालूम होना – (अर्थ – दुनियादारी का ज्ञान होना या कटु परिस्थिति का अनुभव होना)-
वाक्य प्रयोग – जब पिता की मृत्यु हो गई तो राकेश को आटे-दाल का भाव मालूम हो गया।
आटे के साथ घुन पिसना – (अर्थ – अपराधी के साथ निर्दोष को भी सजा मिलना)-
वाक्य प्रयोग – राघव तो जुआरियों के पास केवल खड़ा हुआ था, पुलिस उसे भी पकड़कर ले गई। इसे ही कहते हैं- आटे के साथ घुन पिसना।
आगा-पीछा न सोचना – (अर्थ – कार्य करते समय हानि-लाभ के बारे में न सोचना)-
वाक्य प्रयोग – कुणाल कुछ भी करने से पहले आगा-पीछा नहीं सोचता।
आज-कल करना – (अर्थ – टालमटोल करना)-
वाक्य प्रयोग – – राजू कह रहा था- उसके दफ्तर में कोई काम नहीं करता, सब आज-कल करते हैं।
आड़े हाथों लेना – (अर्थ – झिड़कना, बुरा-भला कहना)-
वाक्य प्रयोग – सुभम ने जब होमवर्क (गृह-कार्य) नहीं किया तो अध्यापक ने कक्षा में उसे आड़े हाथों लिया।
आड़े आना – (अर्थ – नुकसानदेह / बाधक होना)-
वाक्य प्रयोग – तुम्हारा आड़े आना खतरे की घंटी है।
आधा तीतर, आधा बटेर – (अर्थ – बेमेल वस्तुएँ)-
वाक्य प्रयोग – राजू तो आधा तीतर, आधा बटेर हैं- हिंदुस्तानी धोती-कुर्ते के साथ सिर पर अंग्रेजी टोप पहनता हैं।
आह लेना – (अर्थ – बद्दुआ लेना)-
वाक्य प्रयोग – रमेश के दादा हमेशा कहते हैं- किसी की आह मत लो, सबकी दुआएँ लो।
आखिरी साँसें गिनना – (अर्थ – मरणासन्न होना)-
वाक्य प्रयोग – मदन की माँ आखिरी साँस ले रही है, सभी डॉक्टरों ने जवाब दे दिया है।
आफत का मारा – (अर्थ – दुखी)-
वाक्य प्रयोग – जब कोई नौकरी न मिली तो ट्यूशन पढ़ाने लगा। आफत का मारा बेचारा क्या करता ?
आफत मोल लेना – (अर्थ – व्यर्थ का झगड़ा मोल लेना)-
वाक्य प्रयोग – तुमसे बात करके तो मैंने आफत मोल ले ली। मुझे माफ करो, मैं तुमसे बात नहीं कर सकता।
आव देखा न ताव – (अर्थ – बिना सोच-विचार के काम करना)-
वाक्य प्रयोग – दोनों भाइयों में झगड़ा हो गया। गुस्से में आकर छोटे भाई ने आव देखा न ताव, डंडे से बड़े भाई का सर फोड़ दिया।
आहुति देना – (अर्थ – जान न्योछावर करना)-
वाक्य प्रयोग – वीरों ने अपनी जान की परवाह किए बिना देश के लिए हमेशा अपनी आहुति दी है।
आन की आन में – (अर्थ – फौरन ही, तुरंत)-
वाक्य प्रयोग – मेरा मित्र आन की आन आ गया, इसे कहते हैं सच्ची दोस्ती।